
उत्तर प्रदेश, मेरठ के किठौर थाना क्षेत्र के अंतर्गत गांव ललियाना स्थित मदरसा दारे-आर्काम में बृहस्पतिवार को हुए तेज धमाके से इलाके में हड़कंप मच गया। घटना के समय मदरसे में करीब 150 बच्चे मौजूद थे, जिनमें से 12 झुलस गए। तीन बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
घटना स्थल और मदरसे की स्थिति
मदरसा एक निजी मकान में संचालित हो रहा था। धमाके के तुरंत बाद मदरसे के प्रबंधक सलीम अहमद और मुजीब अहमद ने घायल बच्चों को पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
मदरसे का संचालन एक कमेटी द्वारा किया जाता है, जिसमें मंसूर अहमद सोडल, सलीम अहमद सोडल और मुजीब अहमद सोडल मुख्य पदाधिकारी हैं।
विवादित इतिहास
इस मदरसे पर पूर्व में भी छात्रवृत्ति में धांधली और फर्जी दस्तावेजों के जरिए आधार कार्ड बनाने जैसे गंभीर आरोप लग चुके हैं। संचालक सलीम अहमद को इन मामलों में भावनपुर थाना पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
प्रशासन पर उठते सवाल
- निजी मकान में इतने बच्चों के लिए शिक्षण संस्थान की अनुमति किसने दी?
- सुरक्षा मानकों की जांच क्यों नहीं की गई?
- क्या यह मदरसा सरकारी मान्यता प्राप्त था?
पुलिस जांच शुरू
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
विस्फोट की वास्तविक वजह (जैसे गैस लीक, इलेक्ट्रिक फॉल्ट या अन्य संभावनाएं) की भी जांच की जा रही है।
प्रशासन द्वारा शिक्षा विभाग और नगर निकायों से रिपोर्ट तलब की गई है।