मेरठ के लालकुर्ती क्षेत्र में कानून के साये तले ही अवैध सट्टे का खेल महीनों तक बेखौफ चलता रहा। पैठ बाजार चौकी से महज़ चंद कदमों की दूरी पर हर शाम टेबल सजती, पर्चियाँ लगतीं और भीड़ जमा होती। हैरानी की बात यह कि इस पूरे खेल से न तो चौकी प्रभारी वाकिफ़ थे और न ही थाना इंचार्ज। लेकिन आमजन चुप नहीं बैठे।
आपको बता दे कि स्थानीय निवासियों ने लगातार सट्टे के इस धंधे की शिकायत की, मगर लालकुर्ती पुलिस के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। जब लोगों का सब्र टूटने लगा तो उन्होंने सीधे एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह से संपर्क साधा। तीन दिनों तक लगातार कॉल्स के बाद एसपी ने सीओ कैंट संतोष कुमार के नेतृत्व में सदर बाजार पुलिस की टीम को लगाया — और सट्टे के अड्डे पर छापा पड़ गया। जांच में सामने आया कि चेतन, रईस और संजय नाम के तीन युवक इस गोरखधंधे के मास्टरमाइंड हैं, जो झुग्गी में पर्चियों के जरिए सट्टा चलाते थे। टेक्नोलॉजी का भी भरपूर इस्तेमाल हुआ — WhatsApp पर भी दांव लगाए जा रहे थे।
बता दे कि एसपी सिटी ने बताया कि इन आरोपियों का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। यदि गंभीर प्रवृत्ति के मामले सामने आते हैं, तो इन पर हिस्ट्रीशीट खोली जाएगी। इस पूरे घटनाक्रम में लालकुर्ती पुलिस की निष्क्रियता और संभावित मिलीभगत भी अब जांच के दायरे में है। कप्तान को इस बाबत विस्तृत रिपोर्ट सौंपने की तैयारी है।