उत्तर प्रदेश के मेरठ बेगमपुल से मोदीपुरम के बीच मेरठ मेट्रो स्टेशनों का निर्माण कार्य अब पूर्ण हो गया है और फिनिशिंग कार्य अंतिम चरण पर पहुंच गया है। ये स्टेशन हैं एमईएस कालोनी, डोरली और मेरठ नार्थ । इन तीनों स्टेशनों में ट्रैक बिछाया जा चुका है। इन सभी स्टेशनों में यात्रियों की सुविधा के लिए एस्केलेटर और लिफ्ट भी लगाई जा रहे हैं।

एमईएस कालोनी स्टेशन में प्लेटफार्म छत हो गयी है तैयार
बेगमपुल से आगे एमईएस कालोनी मेट्रो स्टेशन के कानकोर्स और प्लेटफार्म तल का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद अब स्टेशन की छत का निर्माण कार्य भी पूर्ण हो चुका है। स्टेशन में नमो भारत और मेट्रो ट्रेनों के लिए चार ट्रैक बिछाए गए हैं। इसके साथ ही स्टेशन में इलेक्ट्रिक लाइन के लिए उपकरण भी स्थापित किया जा चुका है। प्लेटफार्म स्क्रीन डोर (पीएसडी) का कार्य भी पूरा हो चुका है। स्टेशन में यात्रियों की सुविधा के लिए दो प्रवेश- निकास द्वार बनाए गए हैं, जिनका फिनिशिंग कार्य जारी है।
मेरठ नार्थ स्टेशन पर प्लेटफार्म की छत का कार्य तेज पर
डोरली स्टेशन से आगे करीब दो किमी की दूरी पर मेरठ नार्थ स्टेशन का निर्माण किया जा रहा है। इस स्टेशन का निर्माण दिल्ली- हरिद्वार हाईवे के समानांतर पल्लवपुरम में किया जा रहा है। इस स्टेशन पर नमो भारत और मेट्रो ट्रेनों के लिए दो ट्रैक बिछाए गए हैं। यहां दो ही ट्रैक पर दोनों ट्रेनों का परिचालन बारी-बारी से किया जाएगा। इस स्टेशन का सिविल निर्माण पूर्ण होने के बाद छत निर्माण का कार्य तेजी से जारी है, जिसका ढांचा बन चुका है। छत के लिए शीट बिछाई जा रही है। स्टेशन में दो प्रवेश – निकास द्वार बनाए जा रहे हैं। एक द्वार स्टेशन के नीचे और दूसरा दिल्ली-हरिद्वार हाईवे के दूसरी ओर कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए बनाया जा रहा है। स्टेशन से हाईवे के दूसरी तरफ आने-जाने के लिए फुटओवर ब्रिज बनाया जाएगा ।
डोरली स्टेशन में लगाया जा रहा प्लेटफार्म स्क्रीन डोर
डोरली स्टेशन पर कानकोर्स और प्लेटफार्म तल का सिविल निर्माण पूर्ण होने के बाद छत बनाने का कार्य भी लगभग पूर्ण हो चुका है। इस स्टेशन पर नमो भारत और मेट्रो के परिचालन के लिए चार ट्रैक बिछाए गए हैं। स्टेशन में यात्रियों की सुविधा के लिए दो प्रवेश-निकास द्वार बनाए जा रहे हैं, जिनकी फिनिशिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है। इसके साथ ही स्टेशन में पीएसडी लगाने की प्रक्रिया भी चल रही है।