22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस हमले में 28 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई, जिनमें 27 भारतीय और एक नेपाली नागरिक शामिल थे । हमलावरों ने जंगल से निकलकर पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं, जिससे दर्जनों लोग घायल भी हुए।

इस हमले की जिम्मेदारी ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ नामक आतंकी संगठन ने ली है, हमलावरों ने लोगों से धर्म पूछकर उन्हें निशाना बनाया ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि आतंकियों और उनके समर्थकों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा दी जाएगी । भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाते हुए सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है और सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 27 अप्रैल तक देश छोड़ने का आदेश दिया है ।
घटना के बाद सुरक्षा बलों ने बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया है, जिसमें अब तक 1,500 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है । इसके अलावा, नियंत्रण रेखा (LoC) पर भी तनाव बढ़ गया है, और उरी सेक्टर में दो आतंकियों को मार गिराया गया है ।
इस हमले के बाद देशभर में आक्रोश का माहौल है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज घायलों से मिलने कश्मीर जाएंगे । सरकार ने सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए हैं और पाकिस्तानी अधिकारियों को देश छोड़ने का आदेश दिया है ।यह हमला 2008 के मुंबई हमलों के बाद सबसे बड़ा नागरिकों पर हमला माना जा रहा है, जिसने भारत की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।