
उत्तर प्रदेश के बागपत जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने न केवल स्थानीय लोगों को बल्कि पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। दिल्ली से शामली जा रही पैसेंजर ट्रेन में एक मामूली सीट विवाद इतना भयानक रूप ले लेगा, इसका अंदाज़ा किसी को नहीं था। खेकड़ा कस्बे का निवासी दीपक यादव, जो रोज़ाना दिल्ली के भगीरथ पैलेस में नौकरी करने जाता था, सोमवार को उसी ट्रेन से अपने घर लौट रहा था। लेकिन इस दिन का सफर उसके जीवन का अंतिम सफर बन गया।
परिजनों के अनुसार, दीपक का ट्रेन में सीट को लेकर राहुल बाबा नामक युवक और उसके साथियों से विवाद हो गया। कहासुनी के बाद मामला इतना बढ़ गया कि चलती ट्रेन में ही दीपक को चारों ओर से घेर कर बेरहमी से पीटा गया। आरोप है कि हमलावरों ने न सिर्फ उसे अधमरा कर दिया, बल्कि उसकी मदद करने की बजाय चलती ट्रेन से नीचे स्टेशन पर फेंक कर फरार हो गए। जैसे ही परिजनों को घटना की जानकारी मिली, वे मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। दीपक को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ दिन पहले दीपक के दोस्तों का राहुल बाबा और उसके साथियों से विवाद हुआ था, और यह घटना उसी पुरानी रंजिश का परिणाम है। मामले की गंभीरता को देखते हुए बागपत पुलिस ने इसे जीआरपी के हवाले कर दिया है। जीआरपी सीओ श्वेता आशुतोष ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और आरोपियों की पहचान कर उन्हें जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया गया है।
इस घटना ने न केवल रेल यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि यह भी साफ कर दिया है कि मामूली विवाद भी जानलेवा साबित हो सकता है, यदि समय रहते नियंत्रण न किया जाए। पुलिस की सक्रियता और निष्पक्ष जांच अब इस मामले में न्याय दिलाने की दिशा में सबसे बड़ी उम्मीद है।