
मेरठ में एक बार फिर से कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी है. मेरठ जिले में एक साथ कोरोना के 6 नए केस आने से हड़कंप मच गया है. स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क हो गया है और अलर्ट मोड में आ गया है. बताया जा रहा है कि इन छह मामलों में कोरोना के नए वेरिएंट की पहचान हुई है. हालांकि, अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
सीएमओ डॉ. अशोक कटारिया ने जानकारी देते हुए बताया कि इन 6 मामलों में से चार मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है, जबकि दो मरीजों की हालत को देखते हुए उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है. सबसे चिंताजनक बात यह है कि इन मामलों में अलग- अलग वेरिएंट मिले हैं, जिससे संक्रमण की स्थिति को लेकर विभाग ज्यादा सतर्क है.
जांच के लिए भेजे गए सभी मरीजों के सैंपल
डॉ. कटारिया ने बताया कि सभी छह मरीजों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे, जिनकी रिपोर्ट में कोविड की पुष्टि हुई है. शुरुआती लक्षण हल्के बुखार, खांसी और कमजोरी जैसे मिले हैं, लेकिन कुछ मरीजों में सांस लेने में तकलीफ भी देखी गई है.
कोविड वार्ड किए गए तैयार
जिला अस्पताल समेत मेडिकल कॉलेज में कोरोना के मरीजों के लिए अलग से कोविड वार्ड तैयार कर दिए गए हैं. वहां ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और ज़रूरी दवाओं की व्यवस्था की गई है. स्वास्थ्य विभाग ने निजी अस्पतालों को भी सतर्क कर दिया है कि अगर किसी मरीज में कोरोना जैसे लक्षण दिखें, तो तुरंत सूचना दें.
सैंपलिंग और ट्रेसिंग बढ़ाई गई
स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमण फैलने की संभावना को देखते हुए कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और सैंपलिंग की प्रक्रिया तेज कर दी है. संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए लोगों की भी टेस्टिंग की जा रही है और उन्हें निगरानी में रखा जा रहा है.
स्कूल-कॉलेजों में सतर्कता
स्वास्थ्य विभाग ने शिक्षा विभाग को भी सतर्क कर दिया है. स्कूलों और कॉलेजों में बच्चों की तबीयत को लेकर विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं. अगर किसी छात्र में लक्षण दिखते हैं, तो तुरंत जांच कराई जाए.
लक्षण दिखें तो टेस्ट कराएं
डॉ. कटारिया ने बताया कि अगर किसी को खांसी, बुखार, बदन दर्द या सांस लेने में तकलीफ हो रही है, तो वह तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर कोविड की जांच कराएं और जरूरत हो तो डॉक्टर की सलाह पर होम आइसोलेशन में रहें.