
उत्तर प्रदेश के मेरठ में रविवार सुबह हल्के भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता 2.7 मापी गई, जो ज्यादा नहीं थी, लेकिन लोगों में डर का माहौल बन गया। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र मेरठ में ही धरती से 5 किलोमीटर नीचे था।
कल सुबह क्या हुआ?
समय:* सुबह 8:44 बजे
भूकंप का केंद्र:* मेरठ (28.87°N, 77.96°E)
गहराई:* 5 किलोमीटर
तीव्रता:* 2.7 रिक्टर स्केल
लोगों की प्रतिक्रिया:
जैसे ही धरती में कंपन महसूस हुआ, लोग घबराकर अपने घरों से बाहर निकल आए। सोशल मीडिया पर भी लोगों ने भूकंप को लेकर प्रतिक्रियाएं दीं। आसपास के गाजियाबाद, बागपत और मुजफ्फरनगर में भी कुछ लोगों ने हल्का झटका महसूस किया।
वैज्ञानिक ने क्या कहा?
वैज्ञानिक दीपक शर्मा** के अनुसार, मेरठ में भूकंप आने के दो बड़े कारण हैं। पहले भूजल का अत्यधिक दोहन:** घर-घर लगे समरसेबिल पंप और RO प्लांट की वजह से जमीन अंदर से खोखली हो रही है। इससे धरती की स्थिरता प्रभावित हो रही है और दूसरा बहुमंजिला इमारतों का तेजी से निर्माण:** भारी इमारतों का दबाव भी जमीन की ताकत को कमजोर कर रहा है। डॉ. शर्मा का कहना है कि अगर इन कारणों पर ध्यान नहीं दिया गया तो भविष्य में मेरठ जैसे इलाके और ज्यादा भूकंप के खतरे में आ सकते हैं।