
मेरठ के सरधना इलाके में शुक्रवार को पशुपालन विभाग की टीम ने कई डेरी फार्मों पर छापा मारा। यह कार्रवाई कमिश्नर के आदेश पर की गई। टीम ने दूध, गोबर, चारा और मैली (गंदा पानी) के नमूने लिए और उन्हें जांच के लिए भेज दिया।
क्या मिला छापेमारी में?
आपको बता दे कि कई डेरियों में गंदगी फैली हुई थी और कुछ डेरी फार्मों में कम जगह में ज़्यादा पशु रखे गए थे। एक जगह पर जहां 50 पशु रखने की जगह थी लकिन वहां 200 से ज़्यादा पशु पाए गए। हर पशु के लिए करीब 45 वर्ग फुट जगह होनी चाहिए, लेकिन छापेमारी में ऐसा नहीं पाया गया।
क्यों की गई कार्रवाई?
गुरुवार को हुई बैठक में कमिश्नर ने साफ कहा था कि डेरियों से निकलने वाला गंदा पानी किसी भी हालत में हिंडन नदी में नहीं जाना चाहिए। इसके बाद शुक्रवार सुबह टीम ने यह छापेमारी की।
कौन-कौन थे शामिल?
बताया जा रहा है कि जिस जांच में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप कुमार, पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुभाष मलिक, खाद्य सुरक्षा निरीक्षक जगवीर सिंह और अन्य अधिकारी भी शामिल है।
क्या होगा अब?
लिए गए सभी नमूनों की जांच रिपोर्ट तैयार की जाएगीऔर डेरियों में मिली गड़बड़ियों की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी।
डेरी संचालकों की नाराज़गी:
कुछ डेरी मालिकों ने कहा कि उन्होंने हाल ही में अधिकारियों को ज्ञापन देकर समय मांगा था ताकि नियमों के अनुसार अपनी व्यवस्था सुधार सकें। लेकिन इसके बावजूद अचानक कार्रवाई से वे परेशान और हताश हैं।