
उत्तर प्रदेश के मेरठ में बुधवार को मौसम ने अचानक करवट ली और दिनभर की भीषण गर्मी के बाद शाम होते-होते तेज़ आंधी, बारिश और ओलावृष्टि ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया। मवाना, फलावदा, हस्तिनापुर, परीक्षितगढ़ और बहसूमा समेत कई क्षेत्रों में मौसम की इस उथल-पुथल ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया।
सुबह गर्मी, शाम को राहत… लेकिन खतरे के साथ
दिनभर तेज धूप और उमस के कारण लोग बेहाल थे। दोपहर बाद जैसे ही आसमान में बादल छाए, गर्मी से परेशान लोगों को थोड़ी राहत की उम्मीद जगी। लेकिन राहत के साथ आया संकट—तेज हवाएं, बारिश और फिर ओलों की बौछार।
फलावदा में बिजली गिरने से मची अफरा-तफरी
फलावदा कस्बे में बिजलीघर के पास कड़कड़ाती बिजली गिरने से आधा दर्जन लोग बाल-बाल बचे। खेत से लौट रहे स्थानीय निवासी सतीश, सावित्री, सतपाल और रामबीर उस वक्त बिजलीघर के सामने से गुजर रहे थे। पूर्व सभासद सलीम मलिक के अनुसार, यदि बिजली कुछ इंच इधर-उधर गिरती तो बड़ी जनहानि हो सकती थी।
पेड़ और बिजली के खंभे धराशायी, यातायात प्रभावित
मवाना, बातनौर और नैडू मार्ग पर आंधी की वजह से पेड़ और बिजली के खंभे टूट कर गिर गए। इससे बिजली आपूर्ति बाधित हो गई और कई रास्ते अवरुद्ध हो गए। दुकानों के सामने लगे तिरपाल उड़ गए और बाजार में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
ओलों की बौछार ने बढ़ाई चिंता
बारिश के साथ पहले बारीक और फिर मोटे ओले गिरे, जिससे किसानों की फसल को नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति घंटों तक ठप रही।