
कला, संस्कृति और उत्सव की गौरवशाली परंपरा को समेटे नौचंदी मेला एक बार फिर मेरठ की धरती पर अपनी छटा बिखेरने को तैयार है। अनुमान है कि मेला 25 मई से विधिवत रूप से शुरू हो जाएगा। इस ऐतिहासिक आयोजन की तैयारियों ने अब रफ्तार पकड़ ली है — झूले गाड़े जा रहे हैं, दुकानें सज रही हैं, और प्रशासन सतर्कता के साथ मोर्चा संभाले हुए है।
झूलों की धमक, बाजारों की चमक
मंगलवार का दिन मेला स्थल पर गतिविधियों से गुलजार रहा। दिनभर झूले लगते रहे, व्यापारी अपनी दुकानों को सजाने में लगे रहे। पूरे परिसर में एक उत्सवी माहौल बनने लगा है। रंग-बिरंगी रोशनी, खिलौनों की चहचहाहट और दुकानों की सजावट, मेले की शुरुआत से पहले ही लोगों के मन में उमंग भर रही है।
सुरक्षा में कोई ढिलाई नहीं
जिलाधिकारी डा. वीके सिंह ने मेला संचालन को लेकर अधिकारियों को सख्त हिदायतें दी हैं — लापरवाही और भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
- मेला परिसर को 100% सीसीटीवी निगरानी में लाने का निर्देश जारी किया गया है।
- सफाई, पेयजल और शौचालय की व्यवस्थाएं सुदृढ़ की जा रही हैं।
- नगर निगम के अधिकारी हर विभागीय जिम्मेदारी पर नजर रखेंगे।
समितियां भी मोर्चे पर
विकास भवन सभागार में हाल ही में हुई बैठक में नौचंदी मेले के प्रत्येक कार्य के लिए समितियाँ गठित कर दी गई हैं।
जिन समितियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है, उनमें शामिल हैं:
- ठेका संपादन समिति
- निर्माण कार्य सत्यापन समिति
- दुकान आवंटन समिति
- शांति एवं सुरक्षा समिति
- पेयजल एवं स्वच्छता समिति
- सांस्कृतिक मंच व कार्यक्रम समिति
- स्मारिका और कार्यालय प्रबंधन समिति
परंपरा और नवाचार का संगम नौचंदी मेला सिर्फ एक मेला नहीं, मेरठ की आत्मा की झलक है। यह आयोजन धार्मिक आस्था, व्यापारिक गतिविधि और लोक-संस्कृति का एक जीवंत प्रतीक है। इस बार प्रशासन इसे और अधिक सुरक्षित, सुव्यवस्थित और आकर्षक बनाने के लिए संकल्पबद्ध है।