
उत्तर प्रदेश के शांत माने जाने वाले हस्तिनापुर कस्बे की मनोहरपुर कॉलोनी सोमवार सुबह एक खौफनाक वारदात से दहल उठी। यहां एक व्यक्ति की बेरहमी से हत्या कर उसका शव एक सरकारी स्कूल के प्रांगण में फेंक दिया गया। मृतक की पहचान 55 वर्षीय चंद्रपुत्र कालूराम के रूप में हुई है, जो लोहे के सरिए बांधने का काम करते थे।
परिजनों के अनुसार, चंद्र रविवार रात करीब 11 बजे खाना खाने के बाद रोज़ की तरह टहलने निकले थे। परिवार को लगा वे लौटकर सो गए होंगे, लेकिन सुबह जब बीआरसी कार्यालय स्थित कंपोजिट विद्यालय के प्रांगण में शव मिलने की खबर फैली, तो इलाके में हड़कंप मच गया।
मौके पर पहुंचे परिजनों ने शव की पहचान करते हुए रोते-बिलखते आरोप लगाया कि चंद्र की सुनियोजित तरीके से हत्या की गई है। उन्होंने बताया कि मृतक का किसी से कोई विवाद नहीं था, फिर भी उनके सिर और कमर पर गंभीर चोटों के निशान मिले हैं, जो साफ तौर पर हिंसक हमले की ओर इशारा करते हैं।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया। अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण कर साक्ष्य जुटाए और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस का कहना है कि मामले की गहन जांच की जा रही है और जल्द ही अपराधियों की पहचान व गिरफ्तारी की जाएगी।
घटना के बाद कॉलोनी में रोष का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि क्षेत्र में रात्रि गश्त प्रभावी ढंग से की जाती, तो शायद इस वारदात को रोका जा सकता था। मृतक के बेटे मनीष ने भावुक स्वर में कहा, “पिता हर रात की तरह निकले थे, यह अंदाजा नहीं था कि वह कभी लौटकर नहीं आएंगे। अब सबकी निगाहें पुलिस की कार्रवाई पर टिकी हैं, जो इस जघन्य हत्या के पीछे के राज से पर्दा उठाने में लगी है।