
देश के महत्त्वाकांक्षी नमो भारत प्रोजेक्ट को उस समय बड़ा झटका लगा, जब बदमाशों ने रिठानी से परतापुर मेट्रो स्टेशन के बीच बिछाई गई 805 मीटर लंबी 25 केवी कॉपर केबल उड़ा दी। केबल की अनुमानित कीमत लगभग 37 लाख रुपये है। हैरानी की बात यह रही कि 11 फरवरी को हुई इस बड़ी चोरी की रिपोर्ट तीन महीने तक दर्ज ही नहीं की गई।
आपको बता दे किकेबल बिछाने का कार्य हाईटेक इरेक्टर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी कर रही थी। कंपनी में कार्यरत सेफ्टी ऑफिसर हंसराज गुर्जर ने बताया कि उन्होंने घटना की जानकारी 12 फरवरी को ही 112 नंबर पर दी थी, जिस पर परतापुर पुलिस मौके पर तो पहुंची, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।
थाने में तहरीर देने, फिर एसएसपी कार्यालय में 16 अप्रैल को अर्जी देने के बावजूद भी मामला दर्ज नहीं किया गया। अंततः कंपनी ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जिसके आदेश के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया। एएसपी अंतरिक्ष जैन ने बताया कि कोर्ट के निर्देशानुसार रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।