मेरठ: यूपी के मेरठ में सेना के प्रशिक्षण के दौरान एक ड्रोन लापता हो गया, जिससे सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया। ड्रोन की गुमशुदगी की शिकायत रेलवे रोड थाने में दर्ज की गई थी। मामला मीडिया में उजागर होते ही कहानी ने मोड़ लिया—ड्रोन एक स्थानीय युवक के जरिए सैन्य अधिकारी को लौटा दिया गया।

आपको बता दे कि यह घटना सोमवार शाम की है, जब 622 ईएमई बटालियन के हवलदार मेजर तकनीशियन दीपक रॉय ने रोहटा रोड क्षेत्र में ड्रोन को प्रशिक्षण उड़ान के लिए उड़ाया। उड़ान के कुछ ही मिनटों बाद ड्रोन ने नियंत्रण खो दिया और रेलवे लाइन पार करते हुए ओझल हो गया। सेना द्वारा तत्काल सर्च ऑपरेशन चलाया गया, लेकिन जब कुछ पता नहीं चला तो स्थानीय थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई।
गंगानगर से मिला ‘गुमशुदा ड्रोन’
रात होते-होते मामला उस समय हल हुआ जब गंगानगर क्षेत्र से एक सैन्य अधिकारी के पास ड्रोन पहुंचा। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा के अनुसार, जांच में पता चला कि ड्रोन झाड़ियों में गिर गया था, जिसे वहां खेल रहे स्कूली बच्चों ने उठा लिया था। ड्रोन मिलने की खबर जैसे ही मीडिया में प्रसारित हुई, बच्चों के परिजनों ने समझदारी दिखाते हुए उसे गंगानगर स्थित एक परिचित सेना अधिकारी को सौंप दिया। सेना अधिकारी ने ड्रोन को पुलिस के माध्यम से मेजर इंद्र नील राणा (622 बटालियन) को सुपुर्द कर दिया।