भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के चलते, आगरा स्थित ताजमहल की सुरक्षा व्यवस्था को अत्यधिक कड़ा कर दिया गया है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद, ताजमहल के ‘येलो ज़ोन’ में उच्चतम स्तर का अलर्ट जारी किया गया है, जो 10,400 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है और इसमें आगरा किला और फतेहपुर सीकरी जैसे विश्व धरोहर स्थल भी शामिल हैं।
आपको बता दे कि पर्यटकों से सहयोग की अपील की गई है और कहा गया है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी. विदेशी और देशी पर्यटकों की जानकारी स्थानीय खुफिया इकाई (LIU) को दी जा रही है ताकि कोई बिना रजिस्ट्रेशन के न ठहरा हो. ताजमहल की सुरक्षा अब 24 घंटे सातों दिन चौकस नजरों के घेरे में है.
ताज सुरक्षा इकाई के प्रभारी एसीपी अरीब अहमद ने बताया कि सुरक्षा के तहत 9 चेकिंग बैरियर, 6 वॉच टावर और 8 बुलेटप्रूफ मोर्चे स्थापित किए गए हैं। इन सभी स्थानों पर 24 घंटे सुरक्षा कर्मियों की तैनाती सुनिश्चित की गई है। इसके अतिरिक्त, दो क्विक रिस्पॉन्स टीमें (QRT) क्षेत्र में सक्रिय गश्त कर रही हैं, और पर्यटकों की जानकारी स्थानीय इंटेलिजेंस यूनिट (LIU) के साथ साझा की जा रही है।
परिसर में सीसीटीवी निगरानी को भी सुदृढ़ किया गया है, और प्रवेश एवं निकास बिंदुओं पर कड़ी जांच की जा रही है। पर्यटकों से अनुरोध किया गया है कि वे सुरक्षा जांच में सहयोग करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत अधिकारियों को दें। इस कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का उद्देश्य ताजमहल और इसके आस-पास के क्षेत्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, ताकि किसी भी संभावित खतरे से निपटा जा सके।