मेरठ में “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत जैसे ही पुलिस ने राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के खिलाफ अभियान शुरू किया, पूरे जिले में सुरक्षा व्यवस्था को हाई अलर्ट पर रख दिया गया है। पुलिस और प्रशासन ने संवेदनशील क्षेत्रों में कड़ी निगरानी शुरू कर दी है, जबकि भीड़भाड़ वाले इलाकों में फ्लैग मार्च और पैदल गश्त तेज़ कर दी गई है।
मुख्य अभ्यास कैंट स्थित सेंट जोसफ स्कूल में शाम 4:00 बजे किया गया। इस दौरान पुलिस-प्रशासन के अधिकारी मौजूद होंगे। शहर और देहात में बाजार, स्कूल-कॉलेज रोजाना की तरह ही खुले रहे। वहीं, शाम को ब्लैकआउट भी किया गया।
आपको बता दे कि, “ऑपरेशन सिंदूर केवल कार्रवाई नहीं, एक संदेश है कि राष्ट्र विरोधी ताकतों को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस हर गतिविधि पर नजर रखे हुए है।” उन्होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग बढ़ा दी गई है, और अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।
मॉक ड्रिल में यह दी जाएगी जानकारी
- अलर्ट और सतर्कता
-एयर रैड सायरन की आवाज पहचानें
-मोबाइल या रेडियो पर सरकारी अलर्ट सुनें
-अफवाहों पर विश्वास न करें, केवल आधिकारिक सूचना पर ध्यान दें। - सुरक्षित स्थान (शरणस्थल)
-निकटतम बंकर या शरणस्थल की जानकारी रखें
-अपने घर में मजबूत, बिना खिड़की वाला कमरा तैयार रखें
-शरणस्थल तक जल्दी पहुंचने का रास्ता पहले से तय करें - जरूरी वस्तुएं तैयार रखें
-पीने का पानी (कम से कम 3 दिन का)
-सूखा भोजन (बिस्किट, ड्राई फ्रूट्स आदि)
-प्राथमिक चिकित्सा किट, टॉर्च और एक्स्ट्रा सेल
-पोर्टेबल रेडियो, मोबाइल चार्जर / पावर बैंक
-जरूरी दस्तावेज़ (ID, मेडिकल रिपोर्ट, बैंक डिटेल्स) - अंधेरा और सुरक्षा
-रात में सभी लाइटें बंद रखें (ब्लैकआउट)
-खिड़कियों पर मोटे पर्दे, काले कागज लगाएं
-शीशे से दूर रहें, ज़मीन पर लेट जाएं - अभ्यास और तैयारी
-परिवार के साथ हवाई हमले की ड्रिल करें
-बच्चों को सुरक्षित स्थान और प्रक्रिया सिखाएं
- पड़ोसियों के साथ आपसी सहयोग सुनिश्चित करें 6.. हमले के बाद क्या करें
-बाहर तभी निकलें जब सरकारी निर्देश मिले
-घायल हों तो प्राथमिक उपचार करें
-संदिग्ध वस्तु या बम दिखे तो छूएं नहीं
-स्थानीय पुलिस को सूचित करें।