उत्तर प्रदेश के मेरठ के गंगानगर क्षेत्र की ग्रेटर गंगा कॉलोनी में बीएसएनएल के डीजीएम की बेटी ने यूपीएससी में चयन न होने पर आत्महत्या कर ली। माता-पिता 12 अप्रैल को गांव गए हुए थे। युवती घर में अकेली थी, जिस दौरान युवती ने आत्महत्या कर ली।

आपको बता दे कि प्रियंका के पिता बीएसएनएल से डीजीएम के पद से रिटायर कांता प्रसाद शुक्ला ग्रेटर गंगा कॉलोनी में अपने परिवार के साथ रहते हैं। वे मूलरूप से महोबा जिले के रहने वाले थे। उनके दो बेटे बाहर नौकरी करते है, और उनकी बेटी प्रियंका यूपीएससी की तैयारी कर रही थी। 12 अप्रैल को कांता प्रसाद और उनकी पत्नी महोबा स्थित अपने पैतृक गांव के लिए चले गए। घर में उनकी बेटी प्रियंका अकेली थी। बता दे की कुछ दिनों से घर में कोई चहल-पहल नहीं हो रही थी और शुक्रवार 25 अप्रैल को घर के अंदर से बदबू आ रही थी। घर के पड़ोसियों ने कांता प्रसाद को इसकी जानकारी दी। रात करीब 9 बजे सूचना पर गंगानगर थाना पुलिस वहा पहुंची। कमरे का दरवाजा तोड़ अंदर गई तो कमरे में पंखे में बंधे दुपट्टे से प्रियंका का शव लटका हुआ मिला। प्रियंका का शव पूरी तरह सड़ चूका था और वहा खून भी पड़ा था। वही कमरे में एक सुसाइड नोट भी मिला है। सुसाइड नोट पर 22 अप्रैल की तारिक पड़ी है। माना जा रहा है कि 22 अप्रैल को ही प्रियंका ने सुसाइड किया और नोट लिखा। उसी दिन सिविल सर्विसेज का रिजल्ट आया था। प्रियंका यह एग्जाम क्लियर नहीं कर सकी जिसकी वजह से उसने तनाव में आकर सुसाइड कर लिया। प्रियंका पहले भी यूपीएससी का एग्जाम 4 बार दे चुकी थी लकिन वह सफल नही हुई।

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